शिव महापुराण कथा मैं अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास भीष्म पितामह महाराज को रवींद्र गुप्ता कमलापुरी गौ सेवक युवा समाजसेवी बलरामपुर ने रामनामी गमछा रूप धारण कर प्राप्त किया

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शिव महापुराण कथा मैं अंतरराष्ट्रीय कथा व्यास भीष्म पितामह महाराज को रवींद्र गुप्ता कमलापुरी गौ सेवक युवा समाजसेवी बलरामपुर ने रामनामी गमछा रूप धारण कर प्राप्त किया
गेल्हापुर मंदिर के महंत बृजानंद महाराज ने कथा के मंच पर पहुंचकर भगवान भोलेनाथ बाबा की आरती की
शिव महापुराण कथा के पांचवें दिन शिव विवाह का प्रसंग सुनाते भीष्म पितामह जी महाराज
जनपद बलरामपुर के भगवती गंज नगर के धर्मपुर में श्री झरखंडेश्वर महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शिव महा पुराण कथा के पांचवे दिन कथा वाचक कथा व्यास भीष्म पितामह जी महाराज ने शिव विवाह की कथा सुनाते हुए कहा कि आत्मा का परमात्मा से मिलन ही शिव में लीन हो जाना है भगवान शंकर वैराग्य के देवता माने गए हैं, परंतु शिव ने विवाह भी कर संसार को गृहस्थाश्रम में मान्यता भी वैराग्य व योग धर्म का अनुशरण करने का तरीका दिया कथा वाचक भीष्म पितामह महाराज जी ने कहा कि शिव परिवार में भगवान के वाहक नंदी, मां पार्वती का शेर, गणेश जी का मूसक और कार्तिकेय का वाहन मोर है शिव के गले मे सर्प रहते हैं जो सभी विपरीत विचारधारा के बीच सामंजस्य रखना ही शिव पुराण सिखाता है भगवान के विवाह के वर्णन में मनदेवी व हिमालय राज की पुत्री के रूप में मां पार्वती का जन्म लेना घोषणा काल मे शिव की तपस्या करना,उसी दौरान तारका सुर के आतंक को खत्म करने के लिए शिव का तंद्रा भंग हुआ तब जाकर शिव पार्वती का विवाह हुआ, इसी दौरान श्रद्धालुओं के बीच बहुत ही अच्छे अच्छे भजन सुनाएं जिसमें श्री झारखण्डेश्वर महादेव मंदिर धर्मपुर के महंत भोला बाबा, गेल्हापुर मंदिर के महंत बृजानंन्द महाराज, महेश मिश्रा प्रधान, सुनील कुमार गुप्ता, गौरी शंकर यादव, रवींद्र गुप्ता कमलपुरी प्रदेश महामंत्री अखिल भारतीय मानव कल्याण सेवा समिति, सोनू मिश्रा, अशोक गुप्ता, संतोष गुप्ता, केदार जयसवाल, देवता महाराज रघुनाथ मिश्र, मंगल प्रसाद वर्मा, शशि भूषण प्रधान अशोक गुप्ता, राश्याम कमलापुरी नीरज, शिव कुमार मिश्रा, भोला यादव, आलोक सिंह, मनोज गुप्ता, अमित केशरवानी, विक्की महेश्वरी, राकेश गुप्ता व कुसुम शुक्ला, नीता तिवारी, मीरा सिंहधे गीता, सुधापाठी, उर्मिला, गुड़िया गुप्ता, कंचन गुप्ता, किरण गुप्ता, रिंकी गुप्ता, आदि काफी संख्या में लोग कथा सुनने के बाद रोजाना हजारों की संख्या में खाने के प्रसाद का आनंद उठाते हैंआदि काफी संख्या में लोग कथा सुनने के बाद प्रतिदिन हजारों की संख्या में लोग भंडारे का प्रसाद स्थल हैं