सरकार की ओर से हर वर्ष महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाई जायेगी – प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह
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सरकार की ओर से हर वर्ष महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाई जायेगी – प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह
*महात्मा फुले के जीवन संघर्ष को पाठ्यक्रम में जोड़कर बच्चों को समाज में उनके योगदान की शिक्षा दी जायेगी*
मुरैना ,प्रदेश के उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री, स्वतंत्र प्रभार एवं जिले के प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा है कि सरकार की ओर से अब हर वर्ष महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती मनाई जायेगी। महान समाज सुधारक एवं महान सामाजिक समता के अग्रदूत ज्योतिबा राव फुले के जीवन को पाठ्यक्रम में जोड़कर समाज में उनके योगदान की शिक्षा दी जायेगी। प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह मंगलवार को शिक्षा और महान समाज सुधारक सामाजिक समता के अग्रदूत महात्मा ज्योतिबा फुले की 196वी जयंती के अवसर पर मुख्य अतिथि बतौर संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम के पूर्व महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती पर शहर के मुख्य मार्गो पर विशाल चल समारोह ढोल ढमाकों के साथ निकाला गया। चल समारोह में पुष्प वर्षा की गई। जिसका विसर्जन मेला मैदान में समारोह स्थल पर हुआ।
महात्मा ज्योतिबा रावत फुले जयंती समारोह को संबोधित करते हुये उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री कुशवाह ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा राव फुले और उनकी पत्नि श्रीमती सावित्री फुले एक ऐसी सकशियत महापुरूष थे, जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सर्वसमाज के कल्याण में लगा दिया। महात्मा ज्योतिबा राव फुले ने पत्नि श्रीमती सावित्री को पढ़ाकर शिक्षक बनाया। माता सावित्री ने महिलाओं को शिक्षा देने का रास्ता खोला। उन्होंने कहा कि 196 वर्ष पहले हमारे समाज की क्या स्थिति रही होगी, उस समय महात्मा ज्योतिबा राव फुले ने संपूर्ण समाज को मजबूत किया। सामाजिक समरसता का संकल्प दिलाया, आज हमें उनके पदचिन्हों, मार्गदर्शन पर चलकर उनके सपनों को साकार करना है। उन्होंने कहा कि महात्मा फुले जी की जयंती पहली बार नहीं, बल्कि 40 वर्ष से मनाई जा रही है। इसके पूर्व के लोग भी हमारे इतिहास को मजबूती देने के लिये महापुरूषों को याद करते रहे होंगे। उन्होंने कहा कि महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती पर हजारों की संख्या में उपस्थिति दर्ज कराके मेरा दिल प्रशन्न कर दिया है। उन्होंने कहा कि मैं भी अगर महात्मा फुले और श्रीमती सावित्री फुले के बताये मार्ग पर नहीं चला होता, तो मैं भी मंत्री के रूप में नहीं होता।
राज्यमंत्री कुशवाह ने कहा कि पिछले वर्ष मुख्यमंत्री जी ने दमोह में 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती मनाने की जिम्मेदारी मुझे सौंपी थी। इस समारोह में स्वयं मुख्यमंत्री जी मुख्य अतिथि थे। अध्यक्षता मैंने की थी। उसी समय मुख्यमंत्री जी ने शासन स्तर पर महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती जिला मुख्यालय सहित पंचायत स्तर पर सरकारी खजाने से मनाने का निर्णय लिया था। उसी समय मुख्यमंत्री जी ने सामाजिक समरसता और शिक्षा के अग्रदूत फुले के जीवन को पाठ्यक्रम में सम्मिलित करने का निर्णय लिया था। साथ ही उन्होंने 11 अप्रैल को महात्मा ज्योतिबा राव फुले की जयंती पर ऐच्छित अवकाश देने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा कि सबलगढ़ विधायक इस दिन सामान्य अवकाश की मांग कर रहे है। इस मांग को मुख्यमंत्री जी के समक्ष लेकर पूरे दिन का अवकाश की बात करेंगे। उन्होंने कहा कि महापुरूषों के सम्मान में कमी नहीं आना चाहिये। उन्होंने कहा कि हमें महात्मा ज्योतिबा राव फुले और माता सावित्री के पदचिन्हों पर चलकर समाज में समरसता की भावना को विकसित करना है। परिवार के हर बच्चे को शिक्षा मिले, यही हमारी महात्मा ज्योतिबा राव फुले के प्रति सच्ची श्रंद्धाजली होगी।
समारोह में सबलगढ़ विधायक बैजनाथ सिंह, सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह सहित पिछड़ा वर्ग और कुशवाह समाज के पदाधिकारियों ने संबोधित किया। कार्यक्रम के प्रारंभ में अतिथियों को महात्मा ज्योतिबा फुले की तस्वीर भेंट की गई।
विधायक बैजनाथ कुशवाह ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले और उनकी पत्नि ने शिक्षा रूपी अंधकार को खत्म किया है। उन्होंने शादी के बाद भी बच्चा पैदा नहीं करने का संकल्प लिया और दूसरे बच्चे को गोद लेकर उसका लालन-पालन किया। सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह ने कहा कि माता सावित्री ने समाज में ब्रहमणों से लेकर बाल्मिकी समाज तक की महिलाओं को शिक्षित किया तथा सर्वसमाज में शिक्षा का उपदेश दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षा से बड़ी कोई ताकत नहीं है। आज हमें महान समाज सुधारक महात्मा ज्योतिबा फुले के पद चिन्हों, उनके मार्गदर्शन पर चलने की जरूरत है। प्रदेश महामोर्चा की चित्रलेखा कुशवाह ने कहा कि हमें महात्मा ज्योतिबा फुले, माता सावित्री फुले, संविधन रचेत डॉ. अम्बेडकर विश्व में शान्ति की क्रान्ति लाने वाले बुद्ध के विचारों को लेकर आगे बढ़ना है। पिछड़ा वर्ग मोर्चा के भगत सिंह कुशवाह ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले के मिशन को आगे बढ़ाना है। एक रचनात्मक समाज का निर्माण करना है। पूर्व विधायक सोनेराम कुशवाह ने कहा कि महिलाओं को पढ़ने लिखने का अधिकार माता सावित्री फुले ने दिलाया। उन्होंने कहा कि ज्ञान बगैर जिंदगी अधूरी है, अंधकार है। हमें पढ़ाई के क्षेत्र में सामाजिक क्रान्ति लाना है। रूढ़ीवारी परम्पराओं से हटकर सामाजिक व्यवस्था को सुधारना है। मौके पर कृष्णा राही ने रोचक भजनों की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाह, सबलगढ़ विधायक बैजनाथ सिंह कुशवाह ,जिला पंचायत सदस्य हरिसिंह कुशवाह पहाडग़ढ़ , जिला पंचायत सदस्य धारा सिंह कुशवाह सुमावली , सर्वेंद्र सिंह कुशवाह ,कमलेश कुशवाह भाजपा जिला उपाध्यक्ष , प्रदेश महामोर्चा की चित्रलेखा कुशवाह , रंजेश कुशवाह प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ प्रांतीय कुशवाहा ,उम्मेद सिंह फौजी धर्मसिंह कुशवाह मुद्रबजा ,मनीराम कुशवाह ,मोनू कुशवाह , सहित कुशवाह समाज के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।